15 रोडवेज कर्मचारियों में मिले टीबी के लक्षण,मचा हड़कंप,सीएमओ बोले-‘लाइलाज नहीं है बीमारी।
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हापुड़ 15 रोडवेज कर्मचारियों में मिले टीबी के लक्षण,मचा हड़कंप,सीएमओ बोले-‘लाइलाज नहीं है बीमारी।
हापुड़ जिले के स्वास्थ्य विभाग की टीम ने रोडवेज बस स्टैंड पर रोडवेज कर्मचारियों की जांच के लिए शिविर लगाया। टीम को जांच में 15 रोडवेज कर्मचारियों में टीबी के लक्षण मिलने से हड़कंप मच गया। वहीं, स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सैंपल जुटाकर परीक्षण के लिए प्रयोगशाला भेज दिए हैं। बताते चलें कि स्वास्थ्य विभाग की टीम बस स्टैंड पर शिविर लगाकर 65 रोडवेज कर्मचारियों की जांच कि थी।
क्या बोले जिला क्षय रोग अधिकारी।
दरअसल, जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ राजेश सिंह ने बताया कि टीबी के मरीजों की संख्या बढ़ने का कारण अपर्याप्त और कम पौष्टिक भोजन, स्वच्छता का अभाव और कम जगह में ज्यादा लोगों का रहना, टीबी के मरीज के संपर्क में रहना और उसकी चीजों को इस्तेमाल करना सबसे बड़ा कारण है। उन्होंने बताया कि टीबी के मरीजों के कहीं भी थूकने, रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने और बीच में ही दवाओं को छोड़ने से भी रोगी बढ़ रहे हैं। उनका कहना है कि टीबी का अगर एक मरीज इलाज नहीं कराता है तो वह मरीज 10 से 12 मरीजों को अपना शिकार बना सकता है और यदि किसी को टीबी की बीमारी हो और उसे इसका पता न चले तो मरीज की वजह से अन्य लोग टीबी के मरीज हो सकते हैं।
क्या बोले जिले के सीएमओ।
जिले के मुख्य चिकित्साधिकारी डॉक्टर सुनील कुमार त्यागी ने बताया कि कोई भी मरीज इस रोग को न छिपाएं, यह लाइलाज नहीं है और इस बीमारी का समय उपचार कराया जाए तो इस बीमारी से छुटकारा मिल सकता है।
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